Zindagi Shayari In Hindi – जिंदगी शायरी 2023
आज हम आपके लिए की ये Zindagi Shayari In Hindi पोस्ट लाए हा क्युकी ज़िन्दगी इंसान को बहुत कुछ सिखाती है। कोई साथ छोड़कर चला जाता है तो कोई मुँह पर झूठ बोलता है। दोस्तों ये खूबसूरत ज़िंदगी शायरी हिंदी में से आप ज़िन्दगी की सुख दुःख की शायरी ले कर अपने दोस्तों और परिवार के साथ बात सकते हो शेयर कर सकते हो और आपकी ज़िन्दगी की दास्ता बयां कर सकते हो।
Zindagi Shayari In Hindi

ज़िन्दगी फूल सी है तारों से भी
अँधेरा होता है रातों से भी
ज़िन्दगी वो धोखा है जिसमें
गम मिलते हैं रिश्ते नातों से भी
तेरे ना होने से ज़िंदगी में,
बस इतनी सी कमी रहती है,
मैं लाख मुस्कुराऊँ फिर भी,
इन आँखों में नमी रहती है
ज़िंदगी शायरी हिंदी में
अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आँसू,
अभी छेड़ी कहाँ है दास्तान-ए-ज़िंदगी मैंने
अपनी तो ज़िन्दगी ही अजीब कहानी है,
जिस चीज़ को चाहा वह बेगानी है
हस्ते हैं तो सिर्फ दुनिया के लिए,
वरना इन आँखों मैं तो सिर्फ पानी ही पानी है

प्यास को एक कतरा पानी काफी है,
इश्क़ में चार पल की ज़िन्दगी काफी है
डूबने को समुन्दर में जाएँ कहाँ,
उनकी पलको से टपका वो पानी काफी है
मुझे ज़िंदगी का इतना तजुर्बा तो नही है दोस्तों
पर लोग कहते हैं यहाँ सादगी से कटती नहीं
Shayari on Life – Zindagi Shayari
ज़िन्दगी कबकी खामूश हो गयी
दिल तो बस आदतन धड़कता है
सोचा ही नहीं था ज़िन्दगी में,
ऐसे भी फसाने होंगे
रोना भी जरुरी होगा,
आँसू भी छुपाने होंगे

पानी न हो तो नदियाँ किस काम की,
आंसू न हो तो अँखिया किस काम की
दिल न हो तो धड़कन किस काम की,
और आप न हो तो ज़िन्दगी किस काम की
कुछ हक़ीक़त कुछ सपने दिखाए
कुछ पराये कुछ अपने दिखाए
मुझे नफ़रत हैं इन सब से
ए ज़िन्दगी बता क्या ये सब मेरे रब ने दिखाए
4 दिन की जिंदगी शायरी
ज़िन्दगी में फूल नहीं काटें मिलते हैं
ज़िन्दगी में चाहते नहीं नफरते मिलती हैं
हम करे तो क्या करें ज़िन्दगी
मंजिल आसान नहीं उसमे मुश्किलात भी मिलते हैं
कभी कहा करते थे कि रोने से नसीब नही बदला करते,
बस वही तसल्ली ने जिन्दगी भर हमे रोने ना दिया

मुझे मालूम है ऐसा कभी मुमकिन ही नहीं,
फ़िर भी हसरत रहती है कि तुम याद करो
मत पूछो कैसे गुजरता है
हर पल तुम्हारे बिना
कभी बात करने की हसरत
कभी देखने की तमन्ना
zindagi sad shayari in hindi
इस छोटी सी ज़िंदगी में किस-किस से कतरा के चलूँ
राख हूँ मैं अब राख पर क्या खाक़ इतरा कर चलूँ
हसरतें रह जाएँगी आपके बिना अधूरी
ज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरी
अब और सही जाये न यह दूरी
जीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी
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