Dard Bhari Shayari In Hindi – दर्द भरी शायरी 2023
हैलो दोस्तो आज की Dard Bhari Shayari In Hindi पोस्ट में आप का स्वागत है । आज की शायरी कुछ खाश है ये पढ़ कर रुला देगा । दोस्तो अगर आप का भी दिल टूटा है तो इस शायरी दर्द भरी शायरी हिंदी में को जरूर पढ्ना चाहिए । ये सारे प्यार में दर्द भरी शायरी हिंदी आप को इसी दर्द भरे शायरी पोस्ट मे उपलब्ध है । दिल टूटने का दर्द हर कोई नहीं जनता दोस्तो जिसका टूटता है शिर्फ वही जानते है । दोस्तो अगर आप इसी बेवफा शायरी को इमेज फ़ारमैट मे भी मिल जाएगा इसी पोस्ट में ।
Dard Bhari Shayari In Hindi

प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पे मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो करके देख लो यार,
ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है.
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं,
इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं,
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी,
इसलिए तो रुठ कर तारे टूट जाते हैं.
दर्द भरी शायरी हिंदी में
कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा तुम्हारी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते.
तेरे दिल के करीब आना चाहता हूँ मैं,
तुझको नहीं और अब खोना चाहता हूँ मैं,
अकेले इस तनहाई का दर्द बर्दाश्त नहीं होता,
तू एक बार आजा तुझसे लिपट कर रोना चाहता हूँ मैं.
दर्द भरी शायरी लिखी हुई 2023

इस बहते दर्द को मत रोको,
यह तो सज़ा है किसी के इंतज़ार की,
लोग इन्हे आँसू कहे या दीवानगी,
पर यह तो निशानी है किसी के प्यार की.
तेरे ऐसे सच्चे आशिक़ है हम
दिलमे जिसके प्यार न हो कभी कम
सच्चे प्यार में तो ज़िन्दगी महक जाती है
ना जाने हमारी आँखे क्यों है नम
Dard Shayari Hindi Mein
अजीब लगा यूं उनका मुझको छोड़ के जाना,
ना सुना कुछ और कहा भी कुछ नहीं,
आसान नहीं था यूं उनसे जुदा होकर रहना,
फिर जुदा होकर अब कुछ रहा भी नहीं.
मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया,
तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया?
कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर,
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया.
दर्द भरी शायरी इन हिंदी

ठोकर खाते हैं और मुस्कराते हैं,
इस दिल को सब्र करना सिखाते हैं,
हम दर्द लेकर भी लोगों को याद करते हैं,
और लोग दर्द देकर भी लोगों को भूल जाते हैं.
रोता वही है जिसने कद्र किया हो सच्चा रिश्ता को
मतलब पे रिश्ते रखने वालो को कोई रुला नहीं सकता
बेस्ट दर्द भरी शायरी हिंदी में
बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है,
यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है,
तड़प उठता हूँ मैं दर्द के मारे,
ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है,
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ,
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है.
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.

बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता,
जो बीत गया है वो गुजर क्यों नहीं जाता,
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में,
जो दूर है मुझसे वो दिल से उतर क्यों नहीं.
महफ़िल में हँसना मेरा मिज़ाज़ बन गया,
तन्हाई में रोना एक राज़ बन गया,
दिल के दर्द को चेहरे से ज़ाहिर न होने दिया,
यही मेरे जीने का अंदाज़ बन गया.
दर्द शायरी लव 2023
तुमको लेकर मेरा ख्याल नही बदलेगा
साल बदलेगा मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा
जब कहा था तुमने हमारे सपने सच होंगे,
तब यकीन था तुम पर रब से भी ज्यादा,
लेकिन अब विश्वास चूर चूर हो गया है मेरा
शायद तुमने अधूरा छोड़ दिया अपना वादा.
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